Brief Summary
आज के सेशन में इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा की गई है, जिसमें प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास शामिल हैं। सेशन में गायत्री मंत्र, जैन धर्म, गौतम बुद्ध, चंद्रगुप्त मौर्य, वेद, भूकंप के साक्ष्य, बौद्ध संगीति, महावीर स्वामी, वैदिक युग, भारतीय क्रांति, बाल हत्या निरोधक कानून, स्वामी दयानंद सरस्वती, कांग्रेस के अध्यक्ष, गोलमेज सम्मेलन, महात्मा गांधी और सिंधु घाटी सभ्यता जैसे विषयों पर प्रश्न और उत्तर शामिल थे। अनिल नागर सर ने भी सेशन में भाग लिया और छात्राओं को प्रोत्साहित किया। सेशन के अंत में एमटीएस बैच और रेलवे अड्डा 247 पर चल रही रीजनिंग क्लास के बारे में जानकारी दी गई।
- इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा
- अनिल नागर सर द्वारा छात्राओं को प्रोत्साहन
- एमटीएस बैच और रीजनिंग क्लास की जानकारी
Intro
आज हम इतिहास पर विशेष चर्चा करेंगे, जिसमें प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास के प्रश्न शामिल होंगे। यह सेशन एसएससी और रेलवे की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। इसके अतिरिक्त, कल सुबह से करंट अफेयर्स के 500 प्रश्नों की सीरीज भी शुरू की जाएगी, जो आरआरबी एनटीपीसी और रेलवे परीक्षाओं के लिए उपयोगी होगी।
गायत्री मंत्र
गायत्री मंत्र का उल्लेख ऋग्वेद के तीसरे मंडल में है, जिसे विश्वामित्र ने लिखा है और यह सवित नामक देवता (सूर्य) को समर्पित है। ऋग्वेद के नौवें मंडल में सोम और सोम रस का वर्णन है, दसवें मंडल में वर्ण व्यवस्था का उल्लेख है, और सातवें मंडल में दशराग युद्ध का वर्णन है, जो राजा सुदास और विश्वामित्र के बीच परुषणी नदी के किनारे लड़ा गया था, जिसमें राजा सुदास विजयी हुए थे।
परिशिष्ट वर्मन
परिशिष्ट वर्मन का संबंध जैन धर्म से है। जैन धर्म के प्राचीन ग्रंथ पूर्व और अंग उपांग हैं। बौद्ध धर्म के ग्रंथ दीप वंश और महावंश हैं। हिंदू धर्म के ग्रंथ गीता और रामायण हैं।
गौतम बुद्ध
गौतम बुद्ध के प्रिय शिष्य आनंद थे। प्रजापति गौतमी गौतम बुद्ध की पहली महिला शिष्या थीं। गौतम बुद्ध की भाषा पाली थी। उन्होंने पहला उपदेश सारनाथ (ऋषिपत्तनम) में दिया था और अंतिम उपदेश कुशीनगर में सुभद्र नामक शिष्य को दिया था। गौतम बुद्ध ने सबसे अधिक उपदेश श्रावस्ती में दिए थे। अनिल नागर सर, अड्डा के फाउंडर, आज या कल में कभी भी क्लास में आ सकते हैं।
चंद्रगुप्त मौर्य
चंद्रगुप्त मौर्य ने 305 ईसा पूर्व में सेलुकस निकेटर से युद्ध किया था और उसे 500 हाथी उपहार में दिए थे। चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन धर्म स्वीकार किया था, जिसके लिए भद्रबाहु ने मार्गदर्शन किया था। मेगस्थनीज चंद्रगुप्त मौर्य के समय में भारत आया था और उसने इंडिका नामक पुस्तक लिखी थी। चंद्रगुप्त मौर्य ने सिंचाई के लिए सुदर्शन झील का निर्माण करवाया था और सेलुकस निकेटर से काबुल, कंधार, मकरान और हिरात जैसे चार प्रांत छीने थे।
श्रेष्ठ वेद
अथर्ववेद को श्रेष्ठ वेद या ब्रह्मवेद कहा जाता है, जिसमें जादू टोना का भी वर्णन है। यजुर्वेद में बलिदान युक्त मंत्रों का उल्लेख है, सामवेद में संगीत का जिक्र है, और ऋग्वेद में देवताओं को प्रसन्न करने वाले मंत्र हैं। अथर्ववेद को समझने के लिए गोपथ नामक ब्राह्मण ग्रंथों की रचना की गई थी।
भूकंप का एविडेंस
कालीबंगन से भूकंप के एविडेंस मिले थे। लोथल से चावल के दाने और डॉकयार्ड (बंदरगाह) के साक्ष्य मिले थे, और इसे मिनी हड़प्पा या मिनी मोहनजोदड़ो कहा जाता है। मोहनजोदड़ो वह शहर है जो सात बार बनाया और नष्ट किया गया। धौलावीरा को यूनेस्को ने 40वां वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया है और यह एकमात्र जगह है जो तीन शहरों में विभाजित है।
अनिल नागर सर
अनिल नागर सर ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एमटीएस की परीक्षा लड़कियों के लिए एक बहुत बड़ा अवसर है, क्योंकि इसका फॉर्म मुफ्त है। उन्होंने लड़कियों को शिक्षा के महत्व को समझाया और कहा कि आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना बहुत जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि अड्डा 247 हमेशा छात्रों के साथ है और उनकी मदद के लिए तैयार है।
प्रथम बौद्ध संगीति
प्रथम बौद्ध संगीति महाकश्यप की अध्यक्षता में हुई थी। इसके लिए कोड है: पमीपुत्र (प - पहली, मी - दूसरी, पु - तीसरी, त्र - चौथी)। पहली मीटिंग की अध्यक्षता महाकश्यप ने की, दूसरी की सभाकामी ने, तीसरी की मोगली पुत्त तिस्स ने, और चौथी की वसुमित्र ने। मीटिंग के स्थानों के लिए कोड है: रा व पा कु (रा - राजगृह, व - वैशाली, पा - पाटलिपुत्र, कु - कुंडलवन)।
महावीर स्वामी
महावीर स्वामी के माता-पिता का नाम सिद्धार्थ और त्रिशला था, जबकि बुद्ध के माता-पिता का नाम सुदोधन और महामाया था।
वैदिक युग
वैदिक युग में अयस को तांबा कहा जाता था। गेहूं को गोधुम, चावल को बृही और गाय को अगन्या कहा जाता था।
भारतीय क्रांति
भारतीय क्रांति का जनक श्याम जी कृष्ण वर्मा को कहा जाता है, और भारतीय क्रांति की माता मैडम भीका जी कामा को कहा जाता है, जिन्होंने 1907 में जर्मनी के स्टुअर्ट गार्ड में तिरंगा लहराया था। उधम सिंह ने लंदन में माइकल ओ'डायर को मारा था। जतिन दास 64 दिन भूखे प्यासे रहे थे, और राजगुरु, सुखदेव और भगत सिंह को मार्च 1931 में अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी।
बाल हत्या निरोधक कानून
बाल हत्या निरोधक कानून वेलेजली ने लाया था। वेलेजली ने टीपू सुल्तान की हत्या भी की थी, जबकि रानी लक्ष्मीबाई की हत्या हरोज ने की थी। विलियम बेंटिक ने ठगी प्रथा और सती प्रथा पर रोक लगाई थी, और डलहौजी से गोधड़प की नीति संबंधित है।
मूल शंकर
मूल शंकर स्वामी दयानंद सरस्वती जी के बचपन का नाम था। रामकृष्ण परमहंस जी का मूल नाम गदाधर चट्टोपाध्याय था, और स्वामी विवेकानंद जी का बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। राजा राममोहन राय का नाम सिर्फ राममोहन राय था, और राजा नाम अकबर द्वितीय ने लगाया था।
कांग्रेस के प्रथम कार्यकारी अध्यक्ष
कांग्रेस के प्रथम कार्यकारी अध्यक्ष हकीम अजमल खान थे, जो सीआर दास की जगह बने थे। जॉर्ज यूल प्रथम अंग्रेज थे जो कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। वेडरबर्न एक ऐसे अंग्रेज थे जो कांग्रेस के दो बार अध्यक्ष रहे। एनी बेसेंट प्रथम महिला थीं जो कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं, और सरोजनी नायडू प्रथम भारतीय महिला थीं जो कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। नलिनी सेन गुप्ता भारतीय मूल की पहली विदेशी महिला अध्यक्ष थीं। जेबी कृपलानी 1947 में आजादी के समय कांग्रेस के अध्यक्ष थे, और डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 1947 में दिल्ली के विशेष अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
MS Sanu
एक छात्रा (MS Sanu) ने कमेंट किया कि उसके माता-पिता उसकी शादी कर देंगे अगर उसे सरकारी नौकरी नहीं मिली, जबकि वह अभी ग्रेजुएट भी नहीं हुई है। इस पर, शिक्षक ने छात्रा के माता-पिता से उसे पढ़ने देने का अनुरोध किया और छात्रा को अड्डा से संपर्क करने पर मुफ्त कोर्स देने का वादा किया।
कांग्रेस का पिता
पटना बांकीपुर अधिवेशन में एओ ह्यूम को कांग्रेस का पिता कहा गया था। बनारस अधिवेशन के समय गोपाल कृष्ण गोखले अध्यक्ष थे, और उस समय बंगाल का विभाजन हुआ था। कोलकाता अधिवेशन में पहली बार वंदे मातरम गाया गया था, और 1911 के अधिवेशन में पहली बार जन गण मन गाया गया था।
तीनों गोलमेज सम्मेलन
तेज बहादुर सप्रू और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने तीनों गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था। गोलमेज सम्मेलन के समय इंग्लैंड का प्राइम मिनिस्टर रमजे मैकडोनाल्ड था, जिसे सांप्रदायिकता का जनक कहा जाता है।
देशभक्तों का देशभक्त
महात्मा गांधी जी ने सुभाष चंद्र बोस जी को देशभक्तों का देशभक्त कहा था। भगत सिंह जी को शहीद आजम के नाम से जाना जाता है, चंद्रशेखर आजाद जी को पंडित जी के नाम से जाना जाता है, सुभाष चंद्र बोस जी को नेता जी के नाम से जाना जाता है, और जवाहरलाल नेहरू जी को चाचा नेहरू के नाम से जाना जाता है।
प्रथम किसान आंदोलन
गांधी जी के जीवन का प्रथम किसान आंदोलन खेड़ा था। अहमदाबाद पहला आंदोलन था जिसमें गांधी जी अनशन पर रहे थे। चंपारण आंदोलन राजकुमार शुक्ला जी का था, जिसमें गांधी जी इनवाइटेड थे। आचार्य विनोबा भावे जी का संबंध भूदान आंदोलन से है। अहमदाबाद मिल स्ट्राइक में गांधी जी ने मिल मालिकों को 24% की जगह 35% बोनस देने के लिए मनाया था।
दिल्ली चलो आंदोलन
व्यक्तिगत सत्याग्रह को दिल्ली चलो आंदोलन या पावरनार सत्याग्रह भी कहा जाता है। भारत छोड़ो आंदोलन को अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।
सिंधु घाटी सभ्यता
सिंधु घाटी सभ्यता का पश्चिमी भाग सुतका गैंडोर में स्थित है।
उत्तर वैदिक काल
उत्तर वैदिक काल में प्रमुख देवता प्रजापति थे, जबकि पूर्व वैदिक काल में इंद्र प्रमुख देवता थे। हड़प्पा सभ्यता के समय पशुपतिनाथ मुख्य देवता थे, और इंद्र के बाद अग्नि सबसे महत्वपूर्ण देवता थे।
ऋग्वेद
ऋग्वेद को होत्र नामक पुरोहित ने गाया, सुनाया या बताया है। अथर्ववेद को गोप ने, यजुर्वेद को अध्वर्यु ने और सामवेद को उद्गात ने।
भद्रसार
भद्रसार बिंदुसार को कहा जाता था। अशोक को अशोक वर्धन कहा जाता था। दशरथ अशोक का उत्तराधिकारी था, और चंद्रगुप्त मौर्य को सेंड्रोकोटस और एंड्रोकोटस कहा जाता था।
एमटीएस बैच
एमटीएस का बैच लेने के लिए लिंक दी गई है। विनय सर की रीजनिंग की क्लास का लिंक भी दिया गया है। एमटीएस का बैच आज भर के लिए ₹399 में है, और Y182 कूपन कोड का उपयोग करें। 26 जून को इसका फॉर्म आएगा, और सितंबर में एग्जाम होगा। 10वीं पास कोई भी इसको भर सकता है। जीएस और इंग्लिश महत्वपूर्ण विषय हैं। रीजनिंग और मैथ क्वालीफाइंग इन नेचर हैं।
रेलवे अड्डा 247
रेलवे अड्डा 247 पर विनय सर 6 घंटे की क्लास ले रहे हैं। सभी लोग विनय सर की क्लास पर जाएं और आशुतोष सर आशुतोष सर लिखें।
कूपन कोड
कूपन कोड Y182 है। इस बैच से जुड़ने पर ₹399 लगेंगे, जो आपको वापस कर दिए जाएंगे, साथ ही 50 टेस्ट सीरीज भी फ्री मिलेंगी। 10वीं पास और 18 से 27 वर्ष के बीच की उम्र वाले एमटीएस हवलदार के फॉर्म को भर सकते हैं। 26 जून को फॉर्म आ रहा है, और सितंबर में एग्जाम होगा। जीएस और इंग्लिश मुख्य विषय हैं। रीजनिंग और मैथ क्वालीफाइंग इन नेचर हैं।