Brief Summary
इस वीडियो में, डॉ. सुहानी, जिन्होंने NEET PG परीक्षा में 862 रैंक हासिल की, अपनी तैयारी की स्ट्रेटेजी, लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म प्लान, डेली रूटीन, माइंडसेट और इम्प्रूवमेंट के बारे में बात करती हैं।
- मेनिफेस्टेशन की पावर और पॉजिटिव सेल्फ टॉक पर जोर दिया गया है।
- लॉन्ग टर्म प्लानिंग में तीन महीने के रिवीजन साइकिल का सुझाव दिया गया है।
- डेली रूटीन में सुबह एमसीक्यू सॉल्व करना और पिछले दिन की स्टडीज को रिवाइज करना शामिल है।
- प्रोडक्टिव ब्रेक्स लेने और सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह दी गई है।
- अपने आप को डाउट करने के बजाय खुद पर विश्वास रखने और पॉजिटिव माइंडसेट रखने का महत्व बताया गया है।
इंट्रोडक्शन
डॉ. दीपक आंजना डॉ. सुहानी का स्वागत करते हैं, जिन्होंने पिछले साल 95,000 रैंक हासिल की थी और इस साल 862 रैंक हासिल की है। डॉ. सुहानी अपनी कहानी शेयर करने और दूसरों को इंस्पायर करने के लिए ग्रेटफुल हैं।
मेनिफेस्टेशन की पावर
डॉ. सुहानी मेनिफेस्टेशन की पावर के बारे में बात करती हैं। उन्होंने 2022 में NEET PG में एक खास रैंक पाने की इच्छा जाहिर करते हुए एक पोस्ट लिखी थी। हालांकि उन्हें उस साल 95,000 रैंक मिली, लेकिन अगले साल उनकी रैंक 862 आई, जो उनकी मेनिफेस्टेशन की पावर को दिखाती है। वह खुद पर डाउट न करने और पॉजिटिव सेल्फ टॉक करने की सलाह देती हैं।
लॉन्ग टर्म प्लान
डॉ. सुहानी अपने लॉन्ग टर्म प्लान के बारे में बताती हैं, जिसमें तीन महीने का रिवीजन साइकिल शामिल था। पहले तीन महीनों में उन्होंने मेडिसिन को छोड़कर बाकी सभी सब्जेक्ट्स पढ़े। अगले तीन महीनों में उन्होंने मेडिसिन पर फोकस किया। वह एक सब्जेक्ट के लिए एक ही सोर्स पर टिके रहने की सलाह देती हैं और नोट्स बनाने के बजाय टीचर को फॉलो करने पर जोर देती हैं। एक सब्जेक्ट के लिए मल्टीपल सोर्सेस का इस्तेमाल करने से खिचड़ी बन सकती है।
शॉर्ट टर्म प्लान
डॉ. सुहानी अपने शॉर्ट टर्म प्लान यानी डेली रूटीन के बारे में बताती हैं। वह पिछली रात को ही अगली दिन की टू-डू लिस्ट बना लेती थीं। वह सुबह 50-100 एमसीक्यू सॉल्व करके दिन की शुरुआत करती थीं, जिससे उनका माइंड एक्टिव हो जाता था। वह हर सब्जेक्ट को रिवाइज करने के लिए एक घंटा निकालती थीं। वह दो या तीन सब्जेक्ट्स को एक साथ पढ़ती थीं।
प्रोडक्टिव ब्रेक्स और जीटी
डॉ. सुहानी प्रोडक्टिव ब्रेक्स लेने की सलाह देती हैं, जिसमें मेडिकल कंटेंट क्रिएटर्स को फॉलो करना और सोशल मीडिया से दूर रहना शामिल है। वह हर दो हफ्ते में एक बार जीटी (Grand Test) देती थीं और बाद में हर हफ्ते देने लगीं। जीटी देने से एमसीक्यू सॉल्विंग स्किल्स डेवलप होती हैं। वह एमसीक्यू सॉल्व करते समय सभी ऑप्शंस को रूल आउट करने की सलाह देती हैं।
माइंडसेट और सपोर्ट सिस्टम
डॉ. सुहानी पॉजिटिव माइंडसेट रखने और खुद पर डाउट न करने की सलाह देती हैं। वह मोटिवेशनल वीडियोज देखने और सपोर्ट सिस्टम बनाए रखने पर जोर देती हैं। वह डिस्ट्रैक्शन से दूर रहने और स्टडीज के लिए डेडिकेटेड रहने की सलाह देती हैं।
नो डेज वेस्टेड और स्टार्टिंग प्रोडक्टिविटी
डॉ. सुहानी लंबी ब्रेक्स न लेने और हर दिन पढ़ने की सलाह देती हैं। उन्होंने जून में अपनी प्रिपरेशन शुरू की थी और शुरू में 6 घंटे पढ़ती थीं, जिसे बाद में बढ़ाकर 8-10 घंटे कर दिया। वह सिटिंग धीरे-धीरे इनक्रीस करने और स्टडीज को इंगेजिंग बनाने की सलाह देती हैं।
मल्टीपल वेज ऑफ़ लर्निंग
डॉ. सुहानी अलग-अलग तरीकों से सीखने की सलाह देती हैं, जैसे ऑडियो नोट्स बनाना और निमोनिक्स का इस्तेमाल करना। वह वॉक करते हुए जोर से बोलकर रिवाइज करने पर जोर देती हैं।
कंक्लूजन और कंपैरिजन
डॉ. सुहानी हर दिन नए दिन की शुरुआत करने से पहले पिछले दिन के कंटेंट को रिवाइज करने की सलाह देती हैं। वह स्टडी पार्टनर रखने या अकेले पढ़ने की सलाह देती हैं, लेकिन दूसरों से कंपैरिजन न करने पर जोर देती हैं।
ग्रांड टेस्ट स्कोर्स
डॉ. सुहानी अपने ग्रांड टेस्ट स्कोर्स दिखाती हैं, जिसमें उनके अच्छे और बुरे दोनों स्कोर्स शामिल हैं। वह बताती हैं कि जीटी उनके लिए ब्रेक की तरह होता था।
छोटी कॉपी
डॉ. सुहानी अपनी छोटी कॉपी के बारे में बताती हैं, जिसमें हाई-यील्ड स्क्रीनशॉट्स और फनी निमोनिक्स शामिल थे। वह अपनी छोटी कॉपी खुद बनाने और उसमें वही चीजें रखने की सलाह देती हैं जो बहुत हाई-यील्ड हैं और भूलती हैं।
क्रिकेट एनालॉजी
डॉ. सुहानी क्रिकेट की एनालॉजी देती हैं, जिसमें हर बॉल पर रन लेने की कोशिश करने और प्रीवियस ईयर टॉपिक्स पर फोर या सिक्सर मारने की कोशिश करने की बात कही गई है।
एंटी-एपिलेप्टिक्स
डॉ. सुहानी एंटी-एपिलेप्टिक्स को याद रखने के लिए एक फनी फोटो का इस्तेमाल करने का तरीका बताती हैं।
क्वेश्चन आंसर सेशन
डॉ. सुहानी और डॉ. दीपक क्वेश्चन आंसर सेशन करते हैं, जिसमें वे रिवीजन प्लान, इंटर्नशिप के साथ तैयारी, मेडिसिन और पैथोलॉजी को अप्रोच करने के तरीके और लास्ट 10 दिनों में रिवीजन करने के बारे में सवालों के जवाब देते हैं।
सोर्सेस और फाइनल एडवाइस
डॉ. सुहानी अपने सोर्सेस के बारे में बताती हैं और फाइनल एडवाइस देती हैं, जिसमें पॉजिटिव माइंडसेट रखने और खुद पर विश्वास रखने की बात कही गई है।
मेनिफेस्टेशन और पर्सनल बेस्ट
डॉ. सुहानी मेनिफेस्टेशन की पावर और पर्सनल बेस्ट देने के महत्व के बारे में बात करती हैं। वह बताती हैं कि कैसे उन्होंने 834 रैंक की इच्छा जाहिर की थी और उनकी रैंक 862 आई। वह दूसरों से कंपैरिजन न करने और सिर्फ अपने आप को इम्प्रूव करने पर फोकस करने की सलाह देती हैं।